पतीड़
सामग्री :
अरबी के पत्ते-20, बेसन या मक्की का आटा-250ग्राम, नमक-स्वाद के अनुसार, मिर्च-आधा चम्मच, हल्दी-चुटकी भर, साबुत धनिया और साबुत लाल मिर्च, मेथी, प्याज, लहसुन, जीरा-एक चम्मच, तेल-एक कटोरी आदि।
बनाने की विधि :
सर्वप्रथम अरबी के पत्तों को पानी से अच्छी तरह से धो लें। अब बेसन या मक्की का आटा लीजिए और उसमें नमक, मिर्च, हल्दी, जीरा, धनिया, मेथी आदि मसाले डाल लें, फिर उसमें पानी डालकर अच्छी तरह से मिला लें। उसका हल्का सा घोल बना लें। साफ किए हुए अरबी के पत्तों को उल्टा करके उसमें बेसन का लेप लगा लें। तीन-चार पत्तों को इसी प्रकार लगाएं। फिर उन्हें फोल्ड करके बांध लें। इसी प्रकार तीन-चार पतीड़ों को इसी प्रकार लगा लें। अब एक सिडू-मेकर या इडली-स्टैंड पर भाप में पतीडों को पकाने के लिए रख दें और कम आंच पर 10-15 मिनट तक पकने दें। अब उसे निकाल कर ठंडा होने के लिए रख दें। थोड़ी देर बाद उसे काटकर छोटे-छोटे पीस करें। अब एक कढ़ाई में तेल डालकर उसमें साबुत धनिया और साबुत कटी हुई मिर्चें व प्याज, लहसुन डालें और उसको अच्छी तरह भूरे रंग का होने दें। थोड़े-थोड़े मसाले भी बाद में उसमें डालें। अब उसमें पतीड़ों को डालें। बस अब ये खाने के लिए तैयार हैं।
पतीड़ एक बरसाती व्यंजन है। इसे मध्य तथा ऊपरी हिमाचल में धिंधड़े भी कहते हैं। जिसे रिमझिम बरसती बरसात में खाने का अपना ही मजा है। गर्म सुगंधित देसी घी के साथ पतीड़ खाये जाते हैं। विकल्प के तौर पर इन्हें दही, लस्सी, मक्खन के साथ भी खाया जाता है।
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